इस बजट से देश का अल्पसंख्यक संतुष्ट हुआ या सरकार संतुष्ट हुई

बजट
टैक्स के मुद्दे पर कांग्रेस हमेशा ही भारतीय जनता पार्टी को घेरती रहती है। बीजेपी सरकार के 2025 के बजट पेश करने के बाद एक बार फिर राज्यसभा में कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा, “ये सरकार बच्चों की किताब और पेंसिल तक पर टैक्स लेती है। ये सरकार दही-मक्खन तक पर टैक्स लगाती है। ये सरकार अंतिम संस्कार के सामान, कफन तक पर टैक्स वसूलती है।”
महीनों बाद जनता को समझ आता है कि उसे कुछ नहीं मिला
इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा, “कभी बजट पेश होता था तो देश थम जाता था और लोगों की उम्मीदें रेल के डिब्बों की तरह पटरियों पर दौड़ती थीं। लेकिन.. आज जब बजट पेश होता है तो मीडिया सरकार का महिमामंडन करती है, फिर महीनों बाद जनता को समझ आता है कि उसे कुछ नहीं मिला। पहले यह सरकार अमृतकालीन बजट पेश करती थी, अब इसे तुष्टिकरण बनाम संतुष्टीकरण का बजट बताया जा रहा है।”
दही-मक्खन तक पर टैक्स
महाराष्ट्र से राज्यसभा प्रत्याशी इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा, “जिस बजट को मिडिल क्लास का बताया जा रहा है, उसमें मनरेगा के लिए एक रुपए की बढ़ोतरी नहीं हुई। उसी बजट को पेश करते वक्त वित्त मंत्री महंगाई का ‘म’ तक नहीं बोल पाईं। ये सरकार खुद को मिडिल क्लास का हितैषी बताती है, लेकिन.. सरकार का बाजार, महंगाई पर कोई कंट्रोल नहीं है। ये सरकार बच्चों की किताब और पेंसिल तक पर टैक्स लेती है। ये सरकार दही-मक्खन तक पर टैक्स लगाती है। ये सरकार अंतिम संस्कार के सामान, कफन तक पर टैक्स वसूलती है।”
यह सरकार इस मंत्रालय को ही काट देना चाहती है
कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा, “अल्पसंख्यक मंत्रालय का बजट काट दिया गया, मौलाना आजाद नेशनल फेलोशिप, प्री-मैट्रिक स्कॉलरशिप, नई मंजिल योजना और धरोहर योजना बंद कर दी गई। ये सरकार अल्पसंख्यक मंत्रालय का बजट काटते-काटते, इस मंत्रालय को ही काट देना चाहती है। इसलिए मैं पूछना चाहता हूं कि… इस बजट से देश का अल्पसंख्यक संतुष्ट हुआ या सरकार संतुष्ट हुई।”
भाजपा सरकार की टैक्स नीति पर इमरान प्रतापगढ़ी द्वारा उठाए गए सवालों को लेकर आपकी क्या राय है? आप अपनी राय हमें कमेंट बॉक्स में साझा कर सकते हैं। ऐसे ताजा समाचार पाने के लिए हमारी वेबसाइट को ध्यान में रखें या बुकमार्क करें।