ज़हरीली शराब के कारण 27 लोगों की हत्या कर दी गई – तेजस्वी यादव
राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने X पर लिखा “सत्ता संरक्षण में ज़हरीली शराब के कारण 27 लोगों की हत्या कर दी गई है। दर्जनों की आंखों की रोशनी चली गई। बिहार में कथित शराबबंदी है लेकिन सत्ताधारी नेताओं-पुलिस और माफिया के गठजोड़ के कारण हर चौक-चौराहों पर शराब उपलब्ध है।”
श्री नीतीश कुमार ने शोक-संवेदना तक व्यक्त नहीं की – तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव ने X पर आगे लिखा “इतने लोग मारे गए लेकिन मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने शोक-संवेदना तक व्यक्त नहीं की। जहरीली शराब से, अपराध से प्रतिदिन सैकड़ों बिहारवासी मारे जाते है लेकिन अनैतिक और सिद्धांतहीन राजनीति के पुरोधा मा॰ मुख्यमंत्री और उनकी किचन कैबिनेट के लिए यह सामान्य बात है।”
क्या यह गृह विभाग और मुख्यमंत्री की विफलता नहीं – तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार पर तंज कसते हुए X पोस्ट में लिखा “कितने भी लोग मारे जाए लेकिन मजाल है किसी वरीय अधिकारी पर कोई कारवाई हो? इसके विपरीत उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा? अगर शराबबंदी के बावजूद हर चौक-चौराहे व नुक्कड़ पर शराब उपलब्ध है तो क्या यह गृह विभाग और मुख्यमंत्री की विफलता नहीं है? क्या मुख्यमंत्री जी होशमंद है? क्या CM ऐसी घटनाओं पर एक्शन लेने व सोचने में सक्षम और समर्थ है? इन हत्याओं का दोषी कौन?”
दोषियों को न्यायसंगत कड़ी से कड़ी सज़ा दिलवाई जाए
मल्लिकार्जुन खड़गे ने X पर लिखा “बिहार के सीवान और सारण के 16 गांवों में जहरीली शराब से अब तक 36 लोगों की मृत्यु हो चुकी है, जो बेहद पीड़ादायक और दुःखद है। पीड़ितों के शोकाकुल परिवारजनों को हमारी गहरी संवेदनाएं। सरकार से अनुरोध कि दोषियों को न्यायसंगत कड़ी से कड़ी सज़ा दिलवाई जाए।”
लगातार अवैध शराब से कई लोगों ने जान गंवाई
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने X पोस्ट में लिखा “इससे पहले और भी ज़िलों में लगातार अवैध शराब से कई लोगों ने जान गंवाई है, जो बताता है कि बिहार सरकार अवैध शराब के क़ारोबार को रोकने में कितनी विफ़ल है। इससे पहले —
- अप्रैल 2023: मोतिहारी में ज़हरीली शराब के सेवन से 26 लोगों की मृत्यु हुई थी।
- दिसंबर 2022: छपरा में 71 लोगों की जान चली गई थी और दर्जनों लोगों की आंख की रोशनी चली गई थी।
- मार्च 2022 : बांका में 12 लोगों की मृत्यु हुई।
- नवम्बर 2021: गोपालगंज, बेतिया और मुजफ्फरपुर में ज़हरीली शराब पीने से 43 लोगों की मृत्यु हो गई थी।”
अवैध शराब का ग़ैरकानूनी क़ारोबार क्यों चालू
मल्लिकार्जुन खड़गे ने बिहार की NDA सरकार पर तंज कसते हुए लिखा “2017 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने कहा था कि ‘मेरे ज़िंदा रहते बिहार में नहीं बिकेगी शराब’, शराबबंदी तो लागू हो गई, पर अवैध शराब का ग़ैरकानूनी क़ारोबार क्यों चालू है? बिहार में मौकापरस्त डबल इंजन सरकार सैकड़ों लोगों की जान लेने के लिए ज़िम्मेदार है!”
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