महाकुंभ में हमारे अपने लोग मारे गए हैं- अखिलेश यादव
महाकुंभ भगदड़ में कई मासूम लोगों की जान चली गई जिसे लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार को आड़े हाथ लिया। लोकसभा में अखिलेश यादव ने कहा, “महाकुंभ में हमारे अपने लोग मारे गए हैं जिसमें परिवार का हर रिश्ता दिवंगत हुआ है। सरकार ने तो कहा था कि हमने 100 करोड लोगों के आने का इंतजाम किया है।”
भाजपा के राज में सनातन परंपरा टूट गई
अखिलेश यादव ने कहा, “सतयुग से लेकर कलयुग तक ये सनातन परंपरा रही है कि संत, महात्मा, साधु समाज मुहूर्त के हिसाब से शाही स्नान करते हैं, उसमें नक्षत्रों के हिसाब से जो संयोग बनता है वही शाही स्नान का मुहूर्त होता है। लेकिन भाजपा के राज में सनातन परंपरा टूट गई। पहले सरकार ने संत समाज को शाही स्नान रद्द करने का आदेश दिया, जिससे सनातन परंपरा टूटी। जब देश भर में ये बात उठी, तो उन्होंने हादसे को छिपाकर फिर से आदेश दिया कि संत शाही स्नान करने जाएं। इससे सरकार ने पावन मुहुर्त के स्थान पर अपने मनमाने समय पर स्नान कराने का आदेश दिया। बात दिन या तिथि की नहीं होती है बल्कि निश्चित मुहूर्त काल की होती है।”
लोग पुण्य कमाने आए थे और वो अपनों के शव लेकर गए
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा, “लोग पुण्य कमाने आए थे लेकिन वे अपनों के शव लेकर गए हैं। चमत्कारी करिश्मा तो यह हुआ है श्रद्धालुओं के शव मिल गए थे, लेकिन सरकार स्नान करने वाले, मरने वालों की बात स्वीकार नहीं कर रही थी। जब यह जानकारी हुई कि कुछ लोगों की जान चली गई, उसके बावजूद सरकार अपने सरकारी हेलीकॉप्टर में फूल भरकर, फूलों को डालने का काम किया। यह हमारे सनातन की कौन सी परंपरा है। जो शव पड़े हुए थे उन्हें JCB और ट्रैक्टर से उठाया गया।”
मुख्यमंत्री जी ने शोक नहीं प्रकट किया
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, “हमारे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी ने शोक नहीं प्रकट किया था, जब देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री जी ने शोक प्रकट किया उसके 17 घंटे बाद सरकार ने स्वीकार किया। यह वह लोग हैं जो आज भी सच्चाई स्वीकार नहीं कर सकते।”
महाकुंभ भगदड़ को लेकर भाजपा सरकार पर अखिलेश यादव द्वारा उठाए गए सवालों पर आपकी क्या राय है? आप अपनी राय हमें कमेंट बॉक्स में साझा कर सकते हैं। इस तरह के ताजा समाचार पाने के लिए हमारी वेबसाइट को ध्यान में रखें या बुकमार्क करें।