कहा था ना, मोदी जी को ‘जाति जनगणना’ करवानी ही पड़ेगी – राहुल गांधी

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जाति जनगणना

जाति जनगणना

विपक्ष हमेशा से ही जाति जनगणना के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी को घेरता रहा है, खासतौर पर नेता विपक्ष राहुल गांधी ने भाजपा को इस मुद्दे पर कई बार आड़े हाथो लिया। लेकिन बीजेपी ने इस पर कभी भी अपनी रूचि नहीं दिखाई, बल्कि भाजपा ने इसे देश बांटने की राजनीती करार दिया। काफी लंबे समय के बाद अब भाजपा की केंद्र सरकार ने जातिगत जनगणना कराने का फैसला लिया है। इसी पर विपक्ष ने एक बार फिर बीजेपी पर हमला बोला है।

सरकार एक पारदर्शी और प्रभावी जाति जनगणना कराए – राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने X पर लिखा, “कहा था ना, मोदी जी को ‘जाति जनगणना’ करवानी ही पड़ेगी, हम करवाकर रहेंगे! यह हमारा विज़न है और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि सरकार एक पारदर्शी और प्रभावी जाति जनगणना कराए। सबको साफ़-साफ़ पता चले कि देश की संस्थाओं और power structure में किसकी कितनी भागीदारी है। जाति जनगणना विकास का एक नया आयाम है। मैं उन लाखों लोगों और सभी संगठनों को बधाई देता हूं, जो इसकी मांग करते हुए लगातार मोदी सरकार से लड़ाई लड़ रहे थे – मुझे आप पर गर्व है।”

मोदी सरकार कराएगी जाति जनगणना- अश्विनी वैष्णव

दिल्ली में बुधवार (30 अप्रैल 2025) को मोदी कैबिनेट की बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट मीटिंग की जानकारी देते हुए बताया कि सरकार ने जातिगत जनगणना कराने का फैसला किया है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “जाति की जनगणना मूल जनगणना में ही सम्मिलित होना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में राजनीतिक मामलों की कैबिनेट ने फैसला किया है कि जाति की जनगणना को आने वाली जनगणना में सम्मिलित करके किया जाए।”

भाजपा सरकार को चेतावनी – अखिलेश यादव

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने X लिखा, “जाति जनगणना का फ़ैसला 90% पीडीए की एकजुटता की 100% जीत है। हम सबके सम्मिलित दबाव से भाजपा सरकार मजबूरन ये निर्णय लेने को बाध्य हुई है। सामाजिक न्याय की लड़ाई में ये पीडीए की जीत का एक अतिमहत्वपूर्ण चरण है। भाजपा सरकार को ये चेतावनी है कि अपनी चुनावी धांधली को जातिगत जनगणना से दूर रखे। एक ईमानदार जनगणना ही हर जाति को अपनी-अपनी जनसंख्या के अनुपात में अपना वो अधिकार और हक़ दिलवाएगी, जिस पर अब तक वर्चस्ववादी फन मारकर बैठे थे। ये अधिकारों के सकारात्मक लोकतांत्रिक आंदोलन का पहला चरण है और भाजपा की नकारात्मक राजनीति का अंतिम। भाजपा की प्रभुत्ववादी सोच का अंत होकर ही रहेगा। संविधान के आगे मनविधान लंबे समय तक चल भी नहीं सकता है। ये INDIA की जीत है!”

जातिगत जनगणना के मुद्दे को लेकर विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों और भाजपा सरकार द्वारा लिए गए फैसले पर आप क्या सोचते हैं? आप अपनी राय हमें कमेंट बॉक्स में साझा कर सकते हैं। इस तरह के ताज़ा समाचार पाने के लिए हमारी वेबसाइट को ध्यान में रखें या बुकमार्क करें।

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