मोदी जी ने देश की जनता को भुखमरी में “विश्वगुरु” बना दिया है – जयराम रमेश

0
जयराम रमेश

जयराम रमेश

जयराम रमेश ने भाजपा सरकार को Global Hunger Index Report पर घेरते हुए X पोस्ट में लिखा “महंगाई का आलम ये है कि खाद्य सुरक्षा में ग़रीबों को राशन का प्रावधान होने के बावजूद मोदी जी ने देश की जनता को भुखमरी में “विश्वगुरु” बना दिया है! Global Hunger Index में भारत 105वें स्थान पर आ गया है।”

भाजपाई महंगाई की लूट में कमी नहीं – जयराम रमेश

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने X पोस्ट में आगे लिखा “सितंबर महीने में रीटेल महंगाई बढ़कर 5.49% पर पहुंची है, जो 9 महीने के उच्चतम स्तर पर है। अगस्त में ये 3.65% पर थी। मोदी जी ने पिछले साढ़े 10 सालों में साढ़े 10 सेकंड भी भाजपाई महंगाई की लूट में कमी नहीं की है! ध्यान भटकाने की राजनीति अब नहीं चलेगी, जनता बुनियादी मुद्दों पर वोट करेगी!”

भारत भुखमरी में 105 में स्थान पर – जयराम रमेश

19वीं ग्लोबल हंगर इंडेक्स रिपोर्ट 2024 में भारत की स्थिति बहुत खराब है। दुनिया के 127 देशों की सूची में भारत 105वें स्थान पर आ गया है, जो यह दर्शाता है कि भारत भुखमरी की समस्या से जूझ रहा है। 2024 की रिपोर्ट में भारत का 27.3 का स्कोर भुखमरी के गंभीर स्तर को दर्शाता है।

भारत अपने पड़ोसी देशों से पीछे

भारत अपने पड़ोसी देशों नेपाल, श्रीलंका, म्यांमार और बांग्लादेश से पीछे है, जबकि यह पाकिस्तान और अफ़गानिस्तान से थोड़ा ऊपर है। आपको बता दें, ‘कंसर्न वर्ल्डवाइड’ और ‘वेल्थहंगरहिल्फ़’ द्वारा जारी की गई ग्लोबल हंगर इंडेक्स रिपोर्ट दुनिया भर में भुखमरी को ट्रैक करती है।

GHI स्कोर के आधार पर हैं पांच श्रेणियां

GHI स्कोर के आधार पर पांच श्रेणियां बनाई गई हैं, जिनमें 50 या उससे ज्यादा अंक वाले देशों को बेहद चिंताजनक श्रेणी में रखा जाता है, 35 से 49.9 वाले देशों को चिंताजनक, 20 से 34.9 वाले देशों को गंभीर, 10 से 19.9 वाले देशों को सामान्य और 9.9 या इससे कम स्कोर वाले देशों को अच्छी श्रेणी में माना जाता है, अब क्योंकि भारत का स्कोर 27.3 है, तो इसलिए इसे गंभीर श्रेणी में रखा गया है।

इस पूरी जानकारी को देखते हुए बहुत सारे सवाल खड़े होते हैं, जैसे कि मोदी सरकार में मीडिया द्वारा हमेशा भारत की छवि को अच्छा दिखाया जाता है, उसमें कितना सच है? क्या मीडिया जानबूझकर अच्छी खबरें फैलाती है? जबकि बात कुछ और ही होती है! इन सवालों के जवाब तो शायद ही कोई दे पाए। बाकी आप इस मामले पर अपनी क्या राय रखते हैं, हमें कॉमेंट बॉक्स में जरूर साझा करें।

इस तरह की ताजा न्यूज अपडेट पाने के लिए हमारी वेबसाइट को ध्यान में रखें।

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *