मोदी सरकार की “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” योजना में ₹455 करोड़ ग़ायब

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बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ

बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ

भाजपा सरकार हमेशा “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” का नारा इस्तेमाल करती है। नारे का दृष्टिकोण बहुत अच्छा है, लेकिन अगर ऐसी अच्छी योजनाओं की आड़ में भ्रष्टाचार हो जाए, तो कितना शर्मनाक होगा? RTI की रिपोर्ट ने इस योजना में हुए भ्रष्टाचार का राज खोल दिया है। इस मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भारतीय जनता पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए X पोस्ट की।

“बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” योजना में ₹455 करोड़ ग़ायब

मल्लिकार्जुन खड़गे ने X पोस्ट में लिखा, “RTI से ख़ुलासा हुआ है कि मोदी सरकार की “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” योजना में ₹455 करोड़ “ग़ायब” हो गए हैं। “बहुत हुआ नारी पर वार” वाले भाजपाई विज्ञापन की गूँज पिछले 10 वर्षों से उन सभी महिलाओं की चीखों का उपहास उड़ा रही हैं, जो भाजपा राज में और कभी-कभी भाजपा के गुंडों द्वारा प्रताड़ित हुई हैं।”

RTI के ताज़े खुलासे से मोदी सरकार का झूठ सामने आया

कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने X पोस्ट में लिखा, “हाल ही में हुआ, पुणे में सरकारी बस में एक महिला का रेप हो, या मणिपुर व हाथरस की हमारी बेटियाँ हों, या फ़िर महिला ओलिंपिक चैम्पियन हों — भाजपा राज में महिला सुरक्षा का नामोनिशान नहीं बचा है। हमने पिछले दिनों ही “बेटी बचाओ” पर मोदी जी से तीन सवाल पूछे थे, जिसमें से एक सवाल आँकड़े छिपाने पर भी था, आज RTI के ताज़े खुलासे से मोदी सरकार के झूठ की कलई एक बार फ़िर खुल गई है।”

अरबों की हेरा-फेरी हुई – कांग्रेस

कांग्रेस ने ऑफिशियल X अकाउंट पोस्ट में लिखा, “नरेंद्र मोदी की ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ योजना में अरबों की हेरा-फेरी हुई है। एक RTI में ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ योजना के खर्च की जानकारी मांगी गई। सरकार ने जवाब दिया कि 11 साल में ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ पर करीब 952 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। लेकिन..जब RTI में खर्च का पूरा हिसाब मांगा गया तो महिला एवं बाल विकास मंत्रालय सिर्फ 497 करोड़ रुपयों की जानकारी दे पाया।”

455 करोड़ रुपयों का कोई हिसाब नहीं

कांग्रेस ने ऑफिशियल X अकाउंट पोस्ट में आगे लिखा, “मतलब- मंत्रालय के पास 455 करोड़ रुपयों का कोई हिसाब ही नहीं है, उन्हें नहीं पता कि 455 करोड़ रुपए कहां उड़ा दिए गए। जिस योजना के बारे में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गाते नहीं थकते, उसमें अरबों की ये धांधली गंभीर सवाल खड़े करती है। साफ है कि- नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के लिए महिला सशक्तिकरण जैसे शब्द सिर्फ चुनावी जुमलों तक ही सीमित हैं। इस धोखे के लिए देश की आधी आबादी उन्हें कभी माफ नहीं करेगी।”

इस मुद्दे पर कांग्रेस द्वारा उठाए गए सवालों को लेकर आप क्या सोचते हैं? आप अपनी राय हमें कमेंट बॉक्स में साझा कर सकते हैं। ऐसे ताजा समाचार पाने के लिए हमारी वेबसाइट को ध्यान में रखें या बुकमार्क करें।

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