RSS-BJP के लोग कांग्रेस के लोगों को देशभक्ति का पाठ न पढ़ाएं
मोहन भागवत के बयान को लेकर कांग्रेस लगातार BJP और RSS को घेर रही है। 16 जनवरी 2025 की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर देशभक्ति के मुद्दे को लेकर तंज कसा। उन्होंने कहा, “RSS-BJP के लोग कांग्रेस के लोगों को देशभक्ति का पाठ न पढ़ाएं। देशभक्ति क्या है- ये हमें न सिखाएं।”
आजादी की लड़ाई में RSS की क्या भूमिका थी?
भूपेश बघेल ने कहा, “RSS-BJP के लोग कांग्रेस के लोगों को देशभक्ति का पाठ न पढ़ाएं। देशभक्ति क्या है- ये हमें न सिखाएं। पूरे देश ने देखा है कि आजादी की लड़ाई में RSS की क्या भूमिका थी और RSS किसके साथ थी। BJP सरकार संस्थानों पर कब्ज़ा कर लगातार सामाजिक संरचना और आर्थिक नींव को कमजोर करने का काम कर रही है। राहुल जी का दृष्टिकोण लोकतांत्रिक, समावेशी और न्यायपूर्ण है। इन मूल सिद्धांतों को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं। इन सिद्धांतों के रास्ते में रोड़ा अटकाने वालों के खिलाफ हमारे नेता राहुल गांधी जी और कार्यकर्ता लड़ाई लड़ते रहेंगे।”
असल मायने में RSS की सरकार
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, “केंद्र समेत कई राज्यों में BJP की सरकार है, लेकिन असल मायने में यह RSS की सरकार है। संविधान में न्याय, समानता, लोकतंत्र की रक्षा करने की बात है, लेकिन RSS इन विचारों को नहीं मानती। यही काम BJP भी कर रही है। जिन संस्थाओं पर न्याय, समानता, लोकतंत्र की रक्षा करने की जिम्मेदारी है, BJP उन्हें अपने इशारों पर चला रही है।”
BJP-RSS के लोग राहुल गांधी जी के भाषण को तोड़-मरोड़कर पेश कर रहे हैं
कांग्रेस नेता भूपेश बघेल जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “BJP-RSS के लोग राहुल गांधी जी के भाषण को भी तोड़-मरोड़कर पेश कर रहे हैं। आप देख सकते हैं- देश में निर्वाचन आयोग की क्या भूमिका रही है। BJP के लोग सत्ता में होने के बाद भी सदन नहीं चलने दे रहे। किस तरह से ED, IT, CBI का दुरुपयोग हो रहा है। हमारी लड़ाई सिर्फ RSS-BJP से नहीं, बल्कि जिन संस्थाओं पर BJP का कब्जा है, उनसे भी है।”
मोहन भागवत संविधान के बारे में समय-समय पर बयान देते रहे हैं
बघेल जी ने आगे कहा, “RSS प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए हमारे नेता राहुल गांधी जी ने कहा है कि: अगर ये बात किसी और देश में कही गई होती तो केस दर्ज कर मोहन भागवत को गिरफ्तार कर लिया जाता। मोहन भागवत और उनके संगठन के लोग संविधान के बारे में समय-समय पर बयान देते रहे हैं। BJP के सांसदों ने भी कहा था वे संविधान बदल देंगे, जिससे स्पष्ट होता है कि वे संविधान को नहीं मानते हैं।”
RSS को तिरंगा स्वीकार करने में 52 साल लग गए
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने आगे कहा, “सभी जानते हैं कि RSS को तिरंगा स्वीकार करने में 52 साल लग गए। RSS का इतिहास सभी को पता है। जब लाखों भारतीय आजादी की लड़ाई लड़ रहे थे, तब ये अंग्रेजों के साथ भागीदार बनकर काम कर रहे थे। ये लोग हिटलर-मुसोलिनी को मानने और उनके रास्ते पर चलने वाले लोग हैं।”
कांग्रेस नेता भूपेश बघेल जी द्वारा भाजपा सरकार और RSS पर उठाए गए सवालों को लेकर आपकी क्या राय है कृपया हमें कॉमेंट बॉक्स में जरूर साझा करें। इस तरह के ताजा समाचार पाने के लिए हमारी वेबसाइट को ध्यान में रखें।