तेलंगाना के नए मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारा डीएनए बिहार के डीएनए से बेहतर”, भाजपा ने देश बांटने का लगाया आरोप
पांच राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में से तेलंगाना में जीत हासिल करने वाली कांग्रेस पार्टी ने तेलंगाना के नए मुख्यमंत्री का ऐलान कर दिया है। तेलंगाना के नए मुख्यमंत्री के रूप में रेवंत रेड्डी को चुना गया है। हालांकि नए नवेले मुख्यमंत्री का एक बयान काफी चर्चाओं में है, जिस पर भारतीय जनता पार्टी ने भी पलटवार किया है। दरअसल तेलंगाना के नए मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने बिहार के डीएनए को लेकर बयान दिया है, जिसके बाद इस बयान पर बहस छिड़ गई है।
रेवंत रेड्डी ने दिया विवादित बयान
तेलंगाना के नए मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने मीडिया से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव पर निशाना साधा और अपने डीएनए को बिहार के डीएनए से बेहतर बताया। उन्होंने कहा, “मेरा डीएनए तेलंगाना का है। केसीआर का डीएनए बिहार का है। वह बिहार के रहने वाले हैं। केसीआर की जाति कुर्मी हैं, वे बिहार से विजयनगरम और वहां से तेलंगाना आए। तेलंगाना का डीएनए बिहार के डीएनए से बेहतर है।”
भाजपा नेता ने कांग्रेस पर लगाए देश बांटने के आरोप
कांग्रेस नेता और तेलंगाना के नए मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी द्वारा बिहार डीएनए को लेकर दिए गए विवादित बयान पर भारतीय जनता पार्टी के नेता रविशंकर प्रसाद ने निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता भारत को विभाजित करने की अजीब योजना चला रहे हैं। उन्होंने इस दौरान कहा कि कांग्रेस नेता आज कल उत्तर बनाम दक्षिण का खेल खेल रहे हैं। वहीं उन्होंने रेवंत रेडी के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी खुद को प्रासंगिक बनाने के लिए किस सीमा तक गिरेगी।
कार्यों पर करें प्रहार, डीएनए तक न पहुंचें कांग्रेस नेता
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी द्वारा दिए गए विवादित बयान पर आम जनता ने प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस पार्टी की निंदा की है। आम जनता का कहना है कि अगर तेलंगाना के मुख्यमंत्री को पूर्व मुख्यमंत्री पर आरोप लगाने हैं, तो वह उनके कार्यों को लेकर लगाए। पूरे बिहार को इसमें शामिल करने की आवश्यकता नहीं है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के इस बयान से न सिर्फ पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के समर्थक बल्कि बिहार के लोग भी काफी नाराज हैं।