21 महीने पहले PM ने कहा था कि मणिपुर में बहुत जल्द शांति आने वाली है

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मणिपुर

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मणिपुर का मुद्दा काफी लंबे समय से चर्चा का विषय बना हुआ है। कांग्रेस के लगभग सभी नेता इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी को घेरते आए हैं। लोक सभा में एक बार फिर इस मुद्दे पर आवाज उठाए हुए कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने भाजपा को आड़े हाथों लिया और कहा, “प्रधानमंत्री जवाब दें कि वे आज तक मणिपुर क्यों नहीं गए।”

मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू

गौरव गोगोई ने कहा, “आज से 21 महीने पहले PM मोदी ने कहा था कि मणिपुर में बहुत जल्द शांति आने वाली है। लेकिन आज वहां राष्ट्रपति शासन लागू है। ये हमारे देश के लिए बहुत ही संवेदनशील मामला है, इसलिए प्रधानमंत्री जवाब दें कि मणिपुर में राष्ट्रपति शासन क्यों लगाया गया, वे आज तक मणिपुर क्यों नहीं गए।”

अशांति का वातावरण

लोकसभा में उपनेता गौरव गोगोई ने कहा, “गृह मंत्री अमित शाह बताएं कि मणिपुर विधानसभा की क्या स्थिति है और उन्हें राज्य में राष्ट्रपति शासन की नैतिक जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी। आज से 2 साल पहले मणिपुर में अशांति का वातावरण था, तब गृह मंत्री ने कहा था कि मैं जल्द वापस आऊंगा, लेकिन वे नहीं गए। विफलता को लेकर गृह मंत्री को अपने राज धर्म का पालन करना चाहिए।”

गश्त के दम पर शांति नहीं आएगी

लोकसभा संसद एवं कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने आगे कहा, “बंदूक और पुलिस पैट्रोलिंग के दम पर मणिपुर में शांति नहीं आएगी। अगर आपको सच में शांति लानी है तो वहां के लोगों की आवाज सुनने का धैर्य रखना होगा, उनकी बात सुननी होगी।”

नुकसान हुआ, तबाही हुई- डॉ अमर सिंह

लोकसभा सांसद अमर सिंह ने कहा, “मैं मणिपुर के बजट पर बोलना चाहता हूं, जिसका बजट है 35 हजार करोड़ रुपए। वहां इतना नुकसान हुआ है, तबाही हुई, लोगों के घर और दुकानें जलीं। लेकिन बजट में- 15 करोड़ रुपए टेंपरेरी रिलीफ के लिए दिए, 7 करोड़ रुपए कंपनसेशन के लिए दिए, 35 करोड़ रुपए विस्थापित लोगों के लिए दिए। क्या इतने पैसों से काम हो जाएगा? इसमें केंद्र सरकार ने कुछ भी नहीं दिया है? इसलिए मैं केंद्र सरकार से निवेदन करना चाहता हूं कि मणिपुर के लिए अपनी तरफ से कम से कम 500 करोड़ रुपए तो दे दें।”

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