कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने केंद्र सरकार से 3 सवाल पूछते हुए X पोस्ट किया। जिसमें से एक सवाल है बेरोज़गारी के मामले में हरियाणा को नंबर 1 किसने बनाया?”

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कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने केंद्र सरकार को घेरते हुए X पोस्ट में लिखा “आज जब नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री हरियाणा में हैं तब उन्हें इन तीन सवालों के जवाब जरूर देने चाहिए – 1. किसान आंदोलन के बाद अन्नदाताओं से नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री के जो वादे किए थे उसपर कोई अपडेट उनके पास है? 2. क्या नॉन-बायोलॉजिकल पीएम हमेशा भारत और हरियाणा की बेटियों से ज़्यादा अपनी राजनीति को प्राथमिकता देंगे? 3. हरियाणा को बेरोज़गारी के मामले में नंबर 1 किसने बनाया?”

1. किसान आंदोलन के बाद अन्नदाताओं से नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री के जो वादे किए थे उसपर कोई अपडेट उनके पास है?

हरियाणा के किसानों का विश्वास भाजपा से पूरी तरह से उठ चुका है। जब 2021 में काले कृषि कानूनों के विरोध में जारी प्रदर्शन ख़त्म किया गया, तब किसान प्रधानमंत्री और उनकी सरकार द्वारा दिए गए आश्वासन से आश्वस्त थे कि उनकी मांगें पूरी होंगी। लेकिन, समय के साथ, केंद्र सरकार की किसान संगठनों के साथ बातचीत बंद होती गई। भाजपा ने एमएसपी के सवाल पर विचार-विमर्श के लिए पक्षपातपूर्ण ढंग से एक समिति बनाई, जिसके एक स्वतंत्र सदस्य ने तुरंत इस्तीफ़ा दे दिया था। इस धोखे के बाद किसान संगठन एक बार फ़िर अपनी आवाज़ उठाने के लिए सड़कों पर उतरने को मजबूर हुए। डबल अन्याय सरकार ने उनकी बातें सुनने के बजाय उन पर बेरहमी से लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। भाजपा क्यों किसानों की दुर्दशा को लगातार नजरअंदाज कर रही है?

2. क्या नॉन-बायोलॉजिकल पीएम हमेशा भारत और हरियाणा की बेटियों से ज़्यादा अपनी राजनीति को प्राथमिकता देंगे?

नॉन-बायोलॉजिकल पीएम ने लगातार भारत की बेटियों को निराश किया है। भारतीय महिला पहलवानों के यौन शोषण के गंभीर अपराधों के आरोपी सांसद बृज भूषण शरण सिंह को दंडित करने के बजाय, भाजपा ने कैसरगंज लोकसभा सीट से उनके बेटे को टिकट देकर उन्हें सम्मानित किया था। यह भारत की उन सभी बेटियों के चेहरे पर तमाचा मारने जैसा है, जिन्होंने अपना करियर दांव पर लगा दिया और न्याय की लड़ाई के लिए कई दिनों तक बारिश और धूप में सड़कों पर सोईं। यह स्पष्ट हो गया है कि “मोदी के परिवार” में नारी शक्ति केवल एक नारा भर है।

3. हरियाणा को बेरोज़गारी के मामले में नंबर 1 किसने बनाया?

सेंटर फॉर मॉनिटरिंग द इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) के ताज़ा आंकड़ों के मुताब़िक, भारत में सबसे अधिक बेरोज़गारी दर हरियाणा में है – 37.4 प्रतिशत। यह राष्ट्रीय औसत से काफ़ी अधिक है। बार-बार वादों और घोषणाओं के बावजूद भाजपा सरकार रोज़गार के स्थाई अवसर उपलब्ध कराने में विफ़ल रही है। पक्की नौकरी के बजाय, वे कौशल रोज़गार निगम के माध्यम से अस्थायी संविदा नौकरियों को बढ़ावा दे रहे हैं। लगभग दो लाख सरकारी पद ख़ाली पड़े हैं। हाल ही में हिसार दूरदर्शन को बंद करने के फ़ैसले ने बेरोज़गारी संकट को और बढ़ा दिया है। दर्जनों लोग बेरोज़गार हो गए हैं और बुनियादी ढांचे बर्बाद हो गए हैं। खोखले आश्वासनों और ठोस कार्रवाई न करके भाजपा ने युवाओं को लगातार निराश किया है। क्या नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री और भाजपा ने कभी हरियाणा के युवाओं के लिए बेहतर अवसर पैदा करने की कोई योजना बनाई है? जय जवान, जय किसान, जय पहलवान

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