गोल्ड लोन डिफॉल्ट: मंगलसूत्र छीनने वाली एकमात्र सरकार
गोल्ड लोन डिफॉल्ट में 30% की बढ़ोतरी होना है गंभीर विषय है, जिसपर देश में बढ़ते गोल्ड लोन को लेकर कांग्रेस नेता जयराम रमेश और प्रियंका गांधी ने वाड्रा ने भाजपा सरकार को घेरा। जयराम रमेश ने X पर लिखा, “गलत प्राथमिकताओं ने इसे स्वतंत्र भारत के इतिहास में महिलाओं से मंगलसूत्र छीनने वाली एकमात्र सरकार बना दिया है।”
गोल्ड लोन में तेज़ी से हुई वृद्धि
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने X पोस्ट में आगे लिखा, “जब नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री मंगलसूत्र छीनने की एक काल्पनिक साज़िश को लेकर लोगों को डरा रहे थे, तब हमने उनके कार्यकाल के दौरान गोल्ड लोन में तेज़ी से हुई वृद्धि का मुद्दा उठाया था। अनुमानित रूप से क़रीब 3 लाख करोड़ रुपए के गोल्ड लोन भारतीय परिवारों के पास हैं, जो आज तक बकाया हैं। अब यह सामने आ रहा है कि ऋणग्रस्तता के बढ़ते मामले और अर्थव्यवस्था के सुस्त होने के साथ, गोल्ड लोन डिफॉल्ट होने के मामले बढ़ रहे हैं।”
Gold Loan NPA का अनुपात 30% बढ़ा
जयराम रमेश ने X पोस्ट में लिखा, “वर्ष 2024 में मार्च और जून के बीच तीन महीनों में गोल्ड लोन NPA का अनुपात 30% बढ़ा है – 5,149 करोड़ रुपए से 6,696 करोड़ रुपए। और ये तो सिर्फ औपचारिक क्षेत्र के गोल्ड लोन्स हैं – इसका कोई अनुमान नहीं है कि कितने परिवारों ने अनौपचारिक क्षेत्र का सहारा लेकर इस तरह का लोन लिया है।”
महिलाओं से मंगलसूत्र छीनने वाली एकमात्र सरकार
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने X पर लिखा, “जब परिवार इस तरह के लोन्स के मामलों में डिफॉल्ट करते हैं, तब आम तौर पर उन्हें अपनी सोने की संपत्ति खोनी पड़ती है – ज़्यादातर मामलों में महिलाओं के आभूषण होते हैं, जिसमें मंगलसूत्र भी शामिल है। मोदी सरकार के मित्र पूंजीवाद, मनमौजी नीति निर्माण और गलत प्राथमिकताओं ने इसे स्वतंत्र भारत के इतिहास में महिलाओं से मंगलसूत्र छीनने वाली एकमात्र सरकार बना दिया है।”
भाजपा राज में आर्थिक असमानता अंग्रेजी राज से भी ज्यादा बढ़ गई है – प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी वाड्रा ने X पर लिखा, “RBI के मुताबिक, भारतीय परिवारों की आमदनी लगातार घट रही है और कर्ज लेने वालों की संख्या बढ़ रही है। घटती आमदनी की वजह से लोन चुकाना मुश्किल हो रहा है, इसका नतीजा ये है कि मौजूदा वित्त वर्ष के शुरुआती 7 महीनों में गोल्ड लोन में 56% की वृद्धि हुई, लेकिन गोल्ड लोन डिफॉल्ट 30% बढ़ गया। वर्ल्ड इनक्वॉलिटी डेटाबेस के मुताबिक, भाजपा राज में आर्थिक असमानता अंग्रेजी राज से भी ज्यादा बढ़ गई है। देश की आधी से ज्यादा संपत्ति पर एक प्रतिशत अमीरों का कब्जा है।”
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