SEBI मामले पर नॉन-बायलॉजिकल प्रधानमंत्री पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए हैं
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भाजपा सरकार को SEBI घोटाले पर घेरते हुए X पोस्ट में लिखा “आज मेरे सहयोगी पवन खेड़ा ने SEBI की निदेशक माधबी पुरी बुच के व्यक्तिगत वित्तीय लाभ से जुड़े नई जानकारियों का खुलासा करते हुए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस तरह की अनियमितताओं की श्रृंखला में यह ताज़ा खुलासा है, जिसकी शुरुआत इस सबूत से हुई कि बुच के अडानी ग्रुप के साथ संबंध थे।”
नॉन-बायलॉजिकल प्रधानमंत्री पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए हैं – जयराम रमेश
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सवाल पूछते हुए X पोस्ट में लिखा “इस पूरे मामले के बीच नॉन-बायलॉजिकल प्रधानमंत्री पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए हैं। वह ऐसा शायद बुच के अडानी ग्रुप के साथ संबंध के कारण कर रहे हैं। फिर भी, उनसे लिए हमारे सवाल –
1. सुश्री माधबी पुरी बुच ने इंडियाबुल्स से जुड़ी एक कंपनी को अपनी संपत्ति किराए पर क्यों दी, जो न केवल सेबी द्वारा विनियमित है बल्कि विभिन्न मामलों में सेबी की जांच के दायरे में भी है?
2.सुश्री माधबी पी. बुच ने पैराडाइज पेपर्स से सम्बंधित एक विवादित इकाई में शेयर क्यों रखे?
3.सेबी के एक पूर्णकालिक सदस्य अनंत नारायण ने अपनी संपत्ति एक स्टॉकब्रोकर को किराए पर क्यों दी?
4.अनंत नारायण एक ऐसी कंपनी में शेयर क्यों रखते हैं जो सेबी द्वारा विनियमित एक प्रमुख वित्तीय सेवा प्रदान करने वाली संस्था है?
SEBI करोड़ों परिवारों के हितों का संरक्षक है। लेकिन खुद संरक्षक से क्या बचाव है?देश स्पष्ट जवाब चाहता है, टालमटोल और चुप्पी नहीं।”
सरकार को किस बात का डर है? – पवन खेड़ा
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भाजपा सरकार को घेरते हुए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा “पिछले 2 दिन से लगातार राहुल गांधी जी के यूट्यूब चैनल पर एक-एक कर वीडियो आ रहे हैं, जो SEBI चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच जी के बारे में हैं। राहुल जी वीडियो के माध्यम से बता रहे हैं कि आखिर सरकार को किस बात का डर है? सरकार की क्या मजबूरी है कि इतनी जानकारी होने के बाद भी वो माधबी पुरी बुच को बचा रही है। क्या माधबी पुरी बुच सरकार को डरा रही हैं कि मैं अकेले नहीं डूबूंगी।”
SEBI के कोड ऑफ कंडक्ट सेक्शन 4, 7 और 8 का उल्लंघन किया गया
पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आगे कहा “SEBI चेयरपर्सन माधबी जी की मुंबई में एक और प्रॉपर्टी है, जो उन्होंने Green World Buildcon and Infra को किराए पर दी। इस कंपनी के मालिक मुकुल बंसल और विपुल बंसल के प्रोफेशनल जीवन का एक बड़ा हिस्सा India Bulls के टॉप पोजिशन पर रहा है। SEBI ने India Bulls के कई केस देखे हैं। मतलब India Bulls के टॉप मैनेजमेंट में जो लोग रहे हैं, माधबी बुच अपनी प्रॉपर्टी उन्हें किराए पर देती हैं। ऐसे में SEBI के कोड ऑफ कंडक्ट के सेक्शन 4, 7 और 8 का उल्लंघन किया गया है।”
पहले शेयर खरीदने वालों में माधबी बुच
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा “वहीं दूसरा मामला समझिए- SEBI की चेयरपर्सन माधबी जी के अनलिस्टिड कंपनी में जो शेयर हैं, उन कंपनियों का पैराडाइज पेपर में नाम आता है। जिसमें Predible Health Private Limited नाम की कंपनी को सरकार के स्टार्टअप फंड से पैसा मिला है। इस कंपनी के सबसे पहले शेयर खरीदने वालों में माधबी बुच जी का नाम है।”
इस तरह की ताजा न्यूज अपडेट पाने के लिए हमारी वेबसाइट को ध्यान में रखें।