बेरोज़गारी से हताश लाखों युवा विदेशों में जाकर रोजगार ढूंढने को मजबूर हैं

बेरोज़गारी
मोदी सरकार में बेरोजगारी विपक्ष के लिए हमेशा से ही बड़ा मुद्दा रहा है। विपक्षी नेता मोदी जी को उनकी स्टेटमेंट “हर साल 2 करोड़ नौकरियां” पर सबसे ज्यादा ट्रोल करते हैं, क्योंकि आज भी बेरोजगारी चरम पर है। हाल ही में इसी मुद्दे पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने भारतीय जनता पार्टी को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा, “भारत में 57.4 प्रतिशत ग्रेजुएट बेरोज़गार हैं, क्योंकि डिग्री और कौशल में अंतर मानते हुए प्राइवेट कंपनियां व उद्योग उन्हें रोजगार योग्य नहीं मान रहे।”
बेरोज़गारी से हताश और निराश हैं युवा
जयराम रमेश ने कहा, “आज युवा बेरोज़गारी से हताश और निराश हैं। हालात इतने खराब हैं कि लाखों युवा विदेशों में जाकर रोजगार ढूंढने को मजबूर हैं, लेकिन मोदी सरकार रोजगार सृजन की बजाय लगातार देश का ध्यान भटकाने में जुटी रहती है। रिपोर्टों के भयावह आंकड़ों से पता चलता है कि भारत में 57.4 प्रतिशत ग्रेजुएट बेरोज़गार हैं, क्योंकि डिग्री और कौशल में अंतर मानते हुए प्राइवेट कंपनियां व उद्योग उन्हें रोजगार योग्य नहीं मान रहे।”
मोदी सरकार का पूरा ध्यान चुनिंदा मित्रों को फायदा पहुंचाने में
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने आगे कहा, “मोदी सरकार का पूरा ध्यान अपने कुछ चुनिंदा मित्रों को फायदा पहुंचाने में है, जिस कारण भारत में आधे से ज्यादा युवा नौकरी पाने में नाकाम रहते हैं। युवा देश का भविष्य हैं, लेकिन अगर वे ही बेरोजगार रहेंगे, तो विकास कैसा?”
डिग्रीधारी युवाओं के लिए सरकार की रणनीति क्या है?
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, “सरकार जवाब दे :- शिक्षा प्रणाली को उद्योगों की ज़रूरतों के अनुरूप क्यों नहीं बदला गया? कौशल विकास (Skill Development) और व्यावसायिक शिक्षा (Vocational Training) को मुख्यधारा में कब लाया जाएगा? डिग्रीधारी युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए सरकार की रणनीति क्या है?”
भाजपा सरकार में पेपर लीक की समस्याएं कई बार सामने आई हैं। बार-बार पेपर लीक होना और ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई न होना, कहीं न कहीं संदेह उत्पन्न करता है। बाकी बेरोजगारी की समस्या पर जयराम रमेश द्वारा उठाए गए सवालों पर आप क्या सोचते हैं? आप अपनी राय हमें कमेंट बॉक्स में साझा कर सकते हैं। ऐसे ताजा समाचार पाने के लिए हमारी वेबसाइट को ध्यान में रखें या बुकमार्क करें।