ED का इस्तेमाल राजनैतिक विरोधियों को धमकाने के लिए किया जा रहा है

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चुनावों के आते ही विपक्षी नेताओं पर ED की कार्यवाही शुरू हो जाती है। कमाल की बात तो यह है कि ज्यादातर मामलों में आरोप साबित ही नहीं हो पाते हैं। ऐसे में विपक्षी नेता भारतीय जनता पार्टी पर लगातार हमला बोलते रहते हैं। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने एक बार फिर भाजपा सरकार को ईडी के मामले पर आड़े हाथों लिया और कहा, “चुनाव आते ही – विपक्ष को ED का बुलावा भेजने वाले नरेंद्र मोदी ने ED को BJP का फ्रंटल बना दिया है।”
193 सांसदों, विधायकों और नेताओं के ख़िलाफ़ ED के मामले दर्ज
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, “चुनाव आते ही – विपक्ष को ED का बुलावा भेजने वाले नरेंद्र मोदी ने ईडी को BJP का फ्रंटल बना दिया है। ED का इस्तेमाल राजनैतिक विरोधियों को धमकाने के लिए किया जा रहा है। हम यह बात हमेशा से कहते रहे हैं, अब मोदी सरकार ख़ुद ये आंकड़ों के साथ मान रही है। सदन में दी गई जानकारी के मुताबिक़, 2015 से अब तक 193 सांसदों, विधायकों और नेताओं के ख़िलाफ़ ED ने मामले दर्ज किए, लेकिन उनमें से सिर्फ 2 के ख़िलाफ़ ही आरोप तय हो पाए हैं।”
लानत है इतने कायर प्रधानमंत्री पर
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने आगे कहा, “लोगों को प्रताड़ित किया गया, घंटों पूछताछ में बर्बाद किए गए। डराने का हर संभव प्रयास किया, स्वास्थ्य और उम्र का भी लिहाज नहीं रखा गया। और यह तो सिर्फ ED की बात हो रही है – इससे भी ज़्यादा दुरुपयोग अपनी सस्ती बदले की राजनीति के लिए मोदी सरकार ने CBI, इनकम टैक्स जैसी एजेंसीज का भी किया है। लानत है इतने कायर प्रधानमंत्री पर, जिसकी पोल उसी के सरकारी आँकड़ें खोल रहे हैं।”
15 ठिकानों पर छापेमारी
हाल ही में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ठिकानों पर ED रेड हुई थी। 15 ठिकानों पर छापेमारी की गई। ED द्वारा छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले के आरोप में यह बड़ा एक्शन लिया गया है। हालांकि अभी तक ईडी को कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेता भूपेश बघेल का कहना है, कि ED को छापेमारी करके कुछ नहीं मिला। अगर कोई साजिश के जरिए पंजाब में कांग्रेस को रोकने की कोशिश कर रहा है, तो यह गलतफहमी है।
विपक्षी नेताओं पर लगातार ED द्वारा कार्रवाई होना वाकई कहीं न कहीं संदेह उत्पन्न करती है। क्या भाजपा सरकार जानबूझकर विपक्षी नेताओं को झूठे मामलों में फंसाने में लगी हुई है? इस मुद्दे पर आप क्या सोचते हैं? आप अपनी राय हमें कमेंट बॉक्स में साझा कर सकते हैं। ऐसे ताजा समाचार पाने के लिए हमारी वेबसाइट को ध्यान में रखें या बुकमार्क करें।