पेट्रोल-डीजल की क़ीमतों को न घटाकर मोदी सरकार जनता को लूट रही है

पेट्रोल-डीजल
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कोरोना (कोविड-19) के समय से कच्चे तेल की कीमतों में भारी बदलाव देखने को मिले हैं। कच्चे तेल की कीमत लगातार गिरती जा रही है, लेकिन पेट्रोल-डीजल के दाम कम होने का नाम नहीं ले रहे। इसी मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोला। खड़गे जी ने कहा, “कच्चे तेल की क़ीमत लगातार लुढ़क रही है, पेट्रोल-डीजल की क़ीमतों को न घटाकर मोदी सरकार जनता को बेधड़क लूट रही है।”
10 साल में ₹36 लाख़ करोड़ का टैक्स वसूली खेल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगे कहा, “लंबे-लंबे एकतरफ़ा Podcast कर मोदी जी जनता को केवल “मन की बात” सुनाते हैं… तेल के खेल में उलझा कर महंगाई के आँसू रुलाते हैं! मई 2014 से अब तक 34% गिरा कच्चा तेल, 10 साल में ₹36 लाख़ करोड़ का टैक्स वसूली खेल! कब होगी पेट्रोल-डीज़ल के दामों में कटौती, कब तक बटोरती रहेगी भाजपा जनता से फिरौती?”
42 महीनों में सबसे निचले स्तर पर पहुंची कच्चे तेल की कीमत
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कच्चे तेल की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले 42 महीनों में सबसे निचले स्तर पर चली गई है। कच्चे तेल की कीमत लुढ़ककर 71.20 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई है। बाजार विश्लेषणों का कहना है कि कच्चे तेल की कीमत कम होने का मतलब यह नहीं है कि घरेलू खुदरा कीमतें भी कम हो जाएगी। भारत विदेशों से अपनी जरूरतों का लगभग 88% से अधिक कच्चे तेल का आयात करता है।
घटेगा दाम – गोल्डमैन सैक्स का अनुमान
गोल्डमैन सैक्स के अनुसार, भले ही कुछ कारणों से कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने लगी हैं, लेकिन जल्द ही कीमतों में गिरावट आनी शुरू हो जाएगी। 2025 में दिसंबर तक कच्चे तेल की कीमत में 5 डॉलर प्रति बैरल तक की गिरावट देखने के लिए मिलेगी, लेकिन अब तक की गिरावट की बात करें तो कच्चे तेल की कीमत में 10 डॉलर प्रति बैरल की गिरावट पहले ही आ चुकी है।
क्या भाजपा जानबूझकर पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम नहीं कर रही है?
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में पहली बार नहीं बल्कि कई बार भारी गिरावट देखने के लिए मिली है, लेकिन भाजपा सरकार में पेट्रोल-डीजल की कीमत आसमान छू रही है। क्या भाजपा सरकार आम जनता की भलाई नहीं बल्कि अपनी जेब भरने में व्यस्त है? क्या भाजपा जानबूझकर पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम नहीं कर रही है? इस मुद्दे पर आप क्या सोचते हैं? आप अपनी राय हमें कमेंट बॉक्स में साझा कर सकते हैं। ऐसे ताजा समाचार पाने के लिए हमारी वेबसाइट को ध्यान में रखें या बुकमार्क करें।