“अगर हमारे पास नंबर होता तो हम विनेश को राज्यसभा भेजते” : भूपेंद्र सिंह हुड्डा
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने विनेश फोगाट के ओलंपिक से बाहर होने पर राज्यसभा में भेजने को लेकर बयान दिया है। हालांकि इस दौरान उन्होंने कम विधायक होने का भी हवाला दिया। दरअसल भारतीय पहलवान विनेश फोगाट को फाइनल मुकाबले से पहले अयोग्य घोषित किए जाने के बाद उनका गोल्ड का सपना टूट गया। वहीं इसके बाद विपक्ष की तरफ से गहरी जांच की मांग भी की जा रही है।
विनेश फोगाट को राज्यसभा में भेजते
विनेश फोगाट के ओलंपिक से बाहर होने के बाद कांग्रेस नेता भूपेंद्र हुड्डा ने उन्हें राज्यसभा भेजने का बयान दिया है। दरअसल पहले उन्होंने विधायकों की संख्या का जिक्र किया और बताया कि उनके पास विधायकों को संख्या कम है। उन्होंने कहा, “हमारे पास नंबर नहीं है। 28 विधायकों में हमारा उम्मीदवार राज्यसभा सांसद नहीं बन सकता।” वहीं उन्होंने यह भी कहा कि विधायक ज्यादा होते तो विनेश को राज्यसभा जरूर भेजते। कांग्रेस नेता ने कहा, “अगर हमारे पास नंबर होता, तो हम विनेश फोगाट को राज्यसभा भेजते।”
100 ग्राम वजन निकला था ज्यादा
भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने 50 किग्रा भारवर्ग में भाग लिया था। उन्होंने अपने सभी मुकाबले जीतकर फाइनल में भी जगह बनाई थी। हालांकि फाइनल मुकाबले से पहले जब उनका वजन हुआ, तो वह 100 ग्राम ज्यादा पाया गया, जिसके चलते उन्हें इस मुकाबले से बाहर कर दिया गया। फाइनल मुकाबले के लिए उन्हें अयोग्य ठहरा दिया गया और इसके बाद वो ओलंपिक से पूरी तरह बाहर हो गईं। पहलवानी में गोल्ड का उनका सपना उस वक्त ही पूरी तरह टूट गया।
कुश्ती से कर दिया सन्यास का ऐलान
विनेश फोगाट ने कुश्ती से सन्यास का ऐलान भी कर दिया है। बता दें कि फाइनल मुकाबले में पहुंचने से पहले उन्होंने अपनी मां से बात की थी और विश्वास जताया था कि वह गोल्ड जरूर हासिल करेंगी। हालांकि फाइनल मुकाबले से पहले वजन ज्यादा होने के बाद वह अयोग्य घोषित कर दी गई। इसके बाद विनेश ने निराश होकर पहलवानी से सन्यास का ऐलान कर दिया।
जांच की मांग कर रहा विपक्ष
अचानक फाइनल मुकाबले से पहले विनेश फोगाट का 100 ग्राम ज्यादा वजन ज्यादा होने और उन्हें अयोग्य घोषित किए जाने को विपक्ष साजिश करार दे रहा है। विपक्ष का कहना है कि विनेश के साथ जो साजिश हुई है, उसकी गहरी जांच होनी चाहिए और इसके पीछे कौन जिम्मेदार है, इसकी भी जांच पड़ताल होनी चाहिए।